Indian News : रायगढ़ । शहर के तिऊर पारा के जोडऩे वाले धोबी पारा पुल से लगे सरकारी खाली जमीन को अतिक्रमण की भेंट चढ़ते देख महिलाओं ने मोर्चा खोल दिया है। कलेक्टर जनदर्शन में महिलाओं ने ज्ञापन सौंपते हुए बेजाकब्जा को हटाते हुए वहां आंगनबाड़ी केंद्र बनाने की मांग की है। सोमवार दोपहर कलेक्ट्रेट में शहर की पुरानी बस्ती स्थित वार्ड नंबर 11 की महिलाएं भी फरियाद लेकर पहुंचीं।

जिलाध्यक्ष तारन प्रकाश सिन्हा के नाम हस्ताक्षरित ज्ञापन में संगीता सिंह, संजू, सुनीता, मालती सिंह, सुषमा सहित अन्य महिलाओं का कहना था कि तिऊर पारा को धोबी पारा से जोडऩे वाले पुल के बनने से आवागमन में सुविधा जरूर हुई, मगर पुल से लगे खाली सरकारी भूमि में बेजाकब्जा होने से मोहल्ले में विवाद की स्थिति निर्मित हो गई है।

अतिक्रमणकारी के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचीं महिलाओं ने इस समस्या का समाधान निकालते हुए यह भी कहा कि वार्ड क्रमांक 11 में शासकीय योजना अंतर्गत भवन निर्माण नहीं होने से बाबू पारा का आंगनबाड़ी केंद्र पड़ोसी मोहल्ले फौजदार पारा में लंबे समय से किराए के मकान पर संचालित होने से नौनिहालों को भी दूर जाना पड़ता है। ऐसे में अगर धोबी पारा पुल के बगल अतिक्रमणित जमीन को खाली कराते हुए वहां आंगनबाडी भवन बने तो बेहतर होगा। इसके अलावा बाबू पारा पुल के पास वैष्णव संगीत महाविद्यालय के बाजू में मुख्य सडक़ से लगे सरकारी जमीन पर भी आंगनबाड़ी भवन निर्माण के लिए मोहल्लेवासी तैयार हैं।




गौरतलब है कि भाजपा शासनकाल में आधे अधूरे बने तिऊर पारा से धोबी पारा जाने की दूरी को कम करने वाले पुल को लेकर क्षेत्रवासियों ने कई साल तक संघर्ष किया, तब कहीं जाकर हाल ही में पुलिया निर्माण का सपना पूरा हो पाया है। पुल बनने के बाद उसके आसपास की जमीन पर अब भू-माफियाओं की नजर लग गई है। यही कारण है कि वहां बेजाकब्जा होने से क्षेत्रवासियों ने कलेक्टर से इसकी शिकायत करते हुए वहां अब बच्चों के लिये आंगनबाड़ी बनाने की गुहार लगाई है।

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