Indian News : भिलाई | भिलाई के कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय के वनस्पतिशास्त्र विभाग में 24-25 अक्टूबर को दो दिवसीय प्रदर्शनी “रचनात्मक कलाकृतियाँ” का आयोजन हुआ। इस अनोखी प्रदर्शनी में कॉलेज के छात्रों और शिक्षकों ने रद्दी और यूज्ड मटेरियल से बनाए कलात्मक उत्पादों को प्रस्तुत किया। प्राचार्य डॉ. विनय शर्मा ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया और छात्रों की रचनात्मकता की सराहना की।

रचनात्मकता का अनूठा प्रदर्शन : प्रदर्शनी में छात्रों ने सीमेंट, थर्माकोल, जूट, वाल पुट्टी, ऊन, आइसक्रीम स्टीक और प्लास्टिक जैसी यूज्ड वस्तुओं से बनाई कला का प्रदर्शन किया। प्रदर्शनी में लगभग 110 वस्तुओं की बिक्री पहले दिन हुई, जो इस आयोजन की लोकप्रियता को दर्शाती है। इस पहल का उद्देश्य छात्रों में रोजगार और कौशल विकास को बढ़ावा देना है, जिससे उनका आत्मनिर्भरता का मार्ग प्रशस्त हो सके।

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संस्कृति और मनोरंजन का संगम : प्रदर्शनी के साथ एक संगीतमय कार्यक्रम और भोजन मेला का भी आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों और शिक्षकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस पहल ने न केवल कला के प्रति छात्रों का रुझान बढ़ाया बल्कि उनकी सामूहिक क्षमता को भी प्रदर्शित किया। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के प्रमुखों और प्राध्यापकों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जिससे छात्रों का उत्साह दोगुना हुआ।




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रोजगार और कौशल विकास का प्रोत्साहन : विभाग प्रमुख डॉ. जी. के. चंद्रॉल ने बताया कि यह कार्यक्रम छात्रों को रोजगार और कौशल विकास के नए अवसरों से जोड़ने की दिशा में एक प्रयास है। इस प्रकार के आयोजन पिछले तीन वर्षों से किए जा रहे हैं, और वे छात्रों के कौशल को निखारने में सहायक सिद्ध हो रहे हैं। इस बार के आयोजन में पंकज कुमार जैन, प्रियंका साहू, मनमीता सिंह राजपूत जैसे छात्रों का योगदान अत्यंत सराहनीय रहा।

कार्यक्रम की सफलता का श्रेय : अंत में डॉ. जी. के. चंद्रॉल ने इस आयोजन की सफलता में सहयोग देने वाले सभी प्राध्यापकों, कर्मचारियों, और छात्र-छात्राओं का आभार व्यक्त किया। उनकी मेहनत और योगदान ने इस प्रदर्शनी को सफल बनाया, जो छात्रों के आत्मविश्वास और रचनात्मकता को एक नई पहचान देता है।

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