Indian News : रायपुर | प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच शराब लॉबी पर जारी है। ईडी ने आबकारी भवन में छापा मारा। वहां शराब कारोबार से जुड़े लोगों को बुलाया गया। उनके सामने दस्तावेज की जांच की गई। सुबह तक जांच चलती रही। शनिवार सुबह 7 बजे बोरियों में दस्तावेज लेकर ईडी के अधिकारी आबकारी भवन से निकले। वहां से निकलने के बाद दोपहर बाद शराब दुकानों में निजी कर्मचारियों की भर्ती करने वाली कंपनी के डायरेक्टर के घर भी छापा मारा गया।

वहां जांच जारी है। चर्चा है कि ईडी को शराब की बॉटलिंग में बड़ी गड़बड़ी मिली है। राज्य में अलग-अलग कंपनी की शराब की सप्लाई की जा रही है, लेकिन सभी की बॉटलिंग एक ही जगह होने की शिकायत है। इसे लेकर ईडी ने आबकारी विभाग से जानकारी मांगी है। इससे पहले गुरुवार की रात आबकारी भवन पर ईडी ने छापा मारा। उस समय वहां कमरों में ताले लगे हुए थे। चौकीदार ने ताला खोलने से इंकार किया। इसके बाद भी अधिकारी एक-एक कर पहले निचले स्टाफ को बुलाया और रात 12 बजे के बाद बड़े अधिकारियों को तलब किया गया है। कई शराब कारोबारियों को समंस जारी कर बुलाया गया है।

अवैध कोल परिवहन व मनी लॉन्ड्रिंग केस में आईएएस समीर विश्नोई, उपसचिव सौम्या चौरसिया, कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, सुनील अग्रवाल और खनिज अधिकारी शिवशंकर नाग से जेल में पूछताछ की कोर्ट से अनुमति मिल गई है। 10-13 अप्रैल तक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम जेल में जाकर पांचों से पूछताछ कर बयान दर्ज करेगी।




ईडी ने ईओडब्ल्यू और एसीबी के डायरेक्टर को आईएएस समीर विश्नोई और उपसचिव सौम्या चौरसिया के खिलाफ भष्ट्राचार अधिनियम के तहत कार्रवाई के लिए चिट्ठी लिखी है। उन्होंने चिट्ठी कॉपी डीजीपी और सामान्य प्रशासन विभाग को भेजा है। उन्होंने कहा कि कार्रवाई कर ईडी को जानकारी दें।

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