Indian News : तंजावुर | तमिलनाडु के तंजावुर जिले के तिरुवैयार क्षेत्र के किसानों ने तिरुवरूर जिले के आवासीय क्षेत्र में पेयजल पाइप लगाने का विरोध किया है। इस मामले को लेकर तंजावुर जिला समाहरणालय में जन शिकायत निवारण बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता जिला कलेक्टर प्रियंका पंकुजम ने की।
किसानों की चिंताएं : किसानों और व्यापारियों का आरोप है कि तंजावुर अरियालुर राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे सीमेंट पाइप बिछाने का कार्य उन्हें बहुत परेशान कर रहा है। पाइपलाइन के मार्ग पर आवास और दुकानों की स्थिति के कारण वे आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। उनके अनुसार, सड़क के माध्यम से पाइप बिछाने से उनके व्यवसाय प्रभावित हो रहे हैं, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
शांति वार्ता का असफल प्रयास : किसानों और व्यापारियों ने ग्राम प्रशासनिक अधिकारियों, राजमार्ग विभाग के सहायक अभियंता और राजस्व निरीक्षक के साथ शांति वार्ता की, लेकिन इसका कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला। इस मुद्दे को हल करने के लिए उन्होंने फिर से काम शुरू कर दिया, जिससे किसानों में आक्रोश बढ़ गया है।
किसानों की मांग : किसानों ने कलेक्टर से मांग की कि मुख्य सड़क के बजाय सिंचाई नहरों के किनारों पर सीमेंट पाइप लगाए जाएं, ताकि स्थानीय लोगों को बिना किसी बाधा के तिरुवरूर जिले में पेयजल पहुंचाया जा सके। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि इस प्रक्रिया के लिए आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध कराए जाएं ताकि सभी पक्षों के हितों का ध्यान रखा जा सके।
जिला कलेक्टर की प्रतिक्रिया : जिला कलेक्टर प्रियंका पंकुजम ने किसानों की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि किसानों की चिंताओं का समाधान किया जाएगा और उनकी भलाई को प्राथमिकता दी जाएगी।
निष्कर्ष : तंजावुर जिले के किसानों का यह विरोध न केवल स्थानीय जल आपूर्ति प्रणाली के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह क्षेत्र की कृषि और वाणिज्यिक गतिविधियों पर भी गहरा असर डाल सकता है। इस मुद्दे को समय पर सुलझाना आवश्यक है ताकि सभी पक्षों के हितों का संतुलन बना रहे और स्थानीय जनता को किसी प्रकार की कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।
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