Indian News : रायपुर
। राज्य महिला आयोग की जनसुनवाई में एक अनोखा केस आया है, जिसमें पहचान न बताने की शर्त पर केवल समस्या बताई गई. महिला आयोग की जनसुनवाई में आए इस केस में देवरानी जेठानी जो कि पहले से ही दो मंजिला मकान में अलग-अलग फ्लोर पर रहती हैं. दोनों के बीच लड़ाई होती है. सिर्फ यही नहीं समस्या तब बढ़ी जब दोनों अपने ससुर को एक टाइम का भोजन भी नहीं दे रही थीं. ससुर एक वक्त के खाने के लिए एक फ्लोर से दूसरे फ्लोर का चक्कर लगाता, लेकिन उसे खाना नहीं मिला.

महिला आयोग की टीम किरणमयी नायक की अध्यक्षता में इस मामले को गंभीरता से लेते हुए समझा. फिर फैसले के तौर पर दोनों देवरानी और जेठानी को समझाइश दी. साथ ही चेतावनी भी दी गई कि यदि शांति पूर्वक घर में नहीं रहा गया तो उन्हें घर से निकाल दिया जाएगा. उन्हें लिखित में आयोग में देना होगा कि वे अपने ससुर का सम्मान करेंगे और उन्हें दोनों टाइम का भोजन भी देंगे. इस शर्त के बाद ही इस केस की फाइल बंद की गई.

खास बात ये है कि अभी भी मकान का मालिकाना हक ससुर के पास ही है. लेकिन देवरानी जेठानी के बीच आए दिन होते झगड़े को देखकर घर के बड़े होने के नाते ससुर ने यह फैसला लिया कि जेठानी नीचे वाले फ्लोर में तो देवरानी ऊपर के फ्लोर में रहेगी. उनकी रसोई को अलग कर दिया गया. बावजूद इसके दोनों में आए दिन लड़ाइयां होने लगी. दोनों की लड़ाइयों के बीच में अक्सर ससुर फंस जाता.आखिरकार दोनों अपने गुस्से में नाराजगी से ससुर को ही दुश्मन बना बैठे. जिस वजह से बुजुर्ग व्यक्ति को खाने में दिक्कत होने लगी. आखिरकार बुजुर्ग ने अपनी समस्या महिला आयोग में दर्ज कराई.

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