Indian News : Thailand | थाईलैंड में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच फू थाई पार्टी की ओर से नए प्रधानमंत्री के चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं । पार्टी की प्रमुख उम्मीदवार पैटोंगटर्न शिनावात्रा, पूर्व प्रधानमंत्री थाक्सिन शिनावात्रा की बेटी, प्रधानमंत्री पद की मजबूत दावेदार मानी जा रही हैं । फू थाई पार्टी ने अपने गठबंधन के साझेदारों का समर्थन हासिल कर लिया है, जिससे पैटोंगटर्न के पीएम बनने की संभावनाएं और बढ़ गई हैं ।

फू थाई पार्टी के दो उम्मीदवारों की चर्चा :

नए प्रधानमंत्री के लिए फू थाई पार्टी के पास दो प्रमुख उम्मीदवार हैं । पहला नाम पैटोंगटर्न शिनावात्रा का है, जो थाईलैंड की राजनीति में एक जाना-पहचाना चेहरा हैं । वे पूर्व प्रधानमंत्री थाक्सिन शिनावात्रा की बेटी हैं और अपनी राजनीतिक साख के चलते उन्हें इस पद के लिए एक मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा है । दूसरे उम्मीदवार चाईकासेम नितिसिरी हैं, जो पहले थाईलैंड के न्याय मंत्री रह चुके हैं ।

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पूर्व प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन की बर्खास्तगी के बाद बढ़ी हलचल :

फू थाई पार्टी के नेता श्रेथा थाविसिन को कानून के उल्लंघन के आरोप में पद से हटाए जाने के बाद से ही थाईलैंड की राजनीति में हलचल मची हुई है । अदालत ने श्रेथा को एक कैबिनेट सदस्य की नियुक्ति के मामले में दोषी करार दिया था, जिससे उनके पद से हटाए जाने का आदेश जारी हुआ । इसके बाद फू थाई पार्टी के गठबंधन के साझेदारों ने पार्टी के नए उम्मीदवार को समर्थन देने का निर्णय लिया ।

मूव फॉरवर्ड पार्टी के भंग होने के बाद फू थाई को मिला मौका :

पिछले वर्ष हुए आम चुनाव में फू थाई पार्टी ने दूसरा स्थान प्राप्त किया था। पहले स्थान पर रही मूव फॉरवर्ड पार्टी को सीनेट ने सत्ता में आने से रोक दिया था। इसके बाद फू थाई पार्टी को सत्ता हासिल करने का अवसर मिला। हालांकि, फू थाई पार्टी ने बाद में मूव फॉरवर्ड पार्टी को गठबंधन से बाहर कर दिया। इसके जवाब में मूव फॉरवर्ड पार्टी ने पीपुल्स पार्टी नाम से एक नया दल बनाया है और उसने फू थाई के किसी भी उम्मीदवार को वोट न देने का फैसला किया है।

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फू थाई पार्टी के खिलाफ आलोचना और समर्थन :

फू थाई पार्टी के इस कदम की आलोचना भी हुई है। आरोप है कि पार्टी ने पहले की सैन्य समर्थित सरकार से जुड़ी पार्टियों के साथ हाथ मिलाया। वहीं, कुछ राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि यह निर्णय देश में स्थिरता बनाए रखने के लिए लिया गया। अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि फू थाई पार्टी किसे प्रधानमंत्री के रूप में नामित करती है और क्या पैटोंगटर्न शिनावात्रा थाईलैंड की नई प्रधानमंत्री बन पाती हैं।

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