Indian News : रायपुर । प्रदेश के कई शहरों में आयकर विभाग की टीम ने बड़े कारोबारियों के ठिकानों पर एक साथ छापा मारा है। राजधानी में विनोद जैन के आधा दर्जन से अधिक ठिकानों पर आईटी की कार्रवाई जारी है। इस छापेमार कार्रवाई में 2 दर्जन से अधिक अधिकारियों के मौजूद होने की जानकारी मिल रही है।

बता दें कि रोड कॉन्ट्रैक्टर जशपुर निवासी विनोद जैन के कई ठिकानों पर आयकर विभाग ने दबिश दी है। रायपुर, जशपुर समेत आधा दर्जन से अधिक ठिकानों पर आयकर विभाग के अधिकारी कागजात खंगाल रहे हैं। साथ ही आयकर विभाग ने राजधानी स्थित रोमांस्क्यु विला, अशोका रत्न, पंडरी स्थित होटल पुनीत में भी छापामार कार्रवाई कर रही है।

आईटी की कार्रवाई के अनुसार विनोद जैन, कन्हैया अग्रवाल समेत कई और कारोबारियों के ठिकानों पर दबिश के साथ ही यह भी जानकारी मिल रही है कि कारोबारी के मैनेजर के घर अशोका रतन में भी टीम पहुंची है। आयकर विभाग के 2 दर्जन से अधिक आधिकारी इस कार्रवाई में शामिल हैं। साथ ही आईटी रेड की कार्रवाई कवर्धा, जशपुर, बिलासपुर, रायगढ़, दुर्ग समेत कई जिलों में जारी है।




दुर्ग के एनसी नाहर के मालवीय नगर निवास पर भी दबिश

वहीं दुर्ग के मालवीय नगर के रहने वाले एनसी नाहर के निवास में रेड चल रही है। जांच में करीब 6 अधिकारी शामिल हैं। नाहर कांग्रेस नेताओं के करीबी बताए जाते हैं। नाहर PWD के ठेकेदार हैं। ठेकेदारी के अलावा कई अन्य कारोबार फैला रखा है। ऐसा भी कहा जाता है कि कांग्रेस सरकार आने के बाद उन्हें कई बड़े ठेके मिले हैं।

जशपुर में भाई मुकेश के घर भी टीम पहुंची

बता दें कि ठेकेदारों के घर सुबह ही आयकर विभाग की टीम पहुंच गई थी। दूसरी ओर जशपुर स्थित उनके आवास पर भी आयकर विभाग की टीम कार्रवाई कर रही है। यहां विनोद के रिश्तेदार मुकेश जैन के घर भी एक टीम पहुंची है। बताया जा रहा है कि जीएसटी विभाग के अफसरों ने इनपुट दिया है। इसी आधार पर छापे की कार्रवाई की गई है।

15 दिनों पहले बैठक में बनाई गई छापे की रणनीति

आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार कार्रवाई को लेकर 15 दिन पूर्व एक बैठक विभाग के उच्च अधिकारियों की हुई थी। इसमें पूरी रणनीति बनाई गई थी और निचले स्तर के किसी भी अधिकारी को कानों-कान खबर नहीं होने दी गई। मंगलवार की रात ही आयकर विभाग की टीम जशपुर पहुंच गई थी, लेकिन आयकर विभाग के अफसर किसी कंपनी के नाम से होटल में कमरा बुक करा कर ठहरे थे। इसकी जानकारी न जिला प्रशासन को थी ना ही पुलिस को। हालांकि कार्रवाई के बाद पूरे प्रशासन में हड़कंप मच गया है

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