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वैज्ञानिकों को एक प्राचीन समुद्री जानवर के जीवाश्म मिले हैं, जिनसे पता चलता है कि करोड़ों साल पहले समुद्र का सबसे खतरनाक जानवर यही था. इसकी लंबाई 30 से 33 फीट थी और खतरनाक दिखने वाले नोकीले दांत से पता चलता है कि ये कितनी क्रूरता से शिकार करता होगा. ये जानवर डायनासोर के साथ ही विलुप्त हो गया था.

वैज्ञानिकों ने एक ऐसे समुद्री जानवर के जीवाश्कीम खोजे हैं, जिनसे करोड़ों साल पहले के समुद्री जीवन के बारे में पता चलता है. ये जीवाश्म एक विशाल समुद्री छिपकली (Giant Marine Lizard) के हैं. इन जीवाश्मों से पता चलता है कि 6.6 करोड़ साल पहले समुद्र पर इस विलुप्त हो चुके जानवर का राज चलता था. यह जानवर मोसासौर (Mosasaur) की एक नई खोजी गई प्रजाति है. क्रेटेशियस (Cretaceous) समय के अंत के दौरान महासागरों में इन विशाल समुद्री सरीसृपों (Reptiles) का डर कायम था. इन्हें बेहद खतरनाक जानवर माना जा रहा है.




इस जानवर की लंबाई करीब 30 से 33 फीट थी (Photo: Andrey Atuchin) क्रेटेशियस रिसर्च (Cretaceous Research) में प्रकाशित शोध के मुताबिक, इस जानवर का नाम है थैलेसोटिटन एट्रोक्स (Thalassotitan Atrox) कहा जाता है. इसे T. atrox भी कहा जाता है. शोध में बताया गया है कि थैलेसोटिटन नाम ग्रीक शब्द ‘थलासा’ और ‘टाइटन’ से आया है, जिसका मतलब होता है ‘विशालकाय समुद्री जीव’ (Sea Giant), और प्रजाति का नाम एट्रोक्स है जिसका मतलब होता है ‘क्रूर’ या ‘निर्दयी

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