Indian News : कानपुर के आराध्या आई हॉस्पिटल में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद रोशनी गंवाने वाले 4 बुजुर्गों के दिमाग और नाक में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ा है। आशंका है कि उनकी आंख तक निकालनी पड़ सकती है। इन बुजुर्गों की आंखों में संक्रमण गंभीर स्थिति में पहुंच चुका है। डिटेल्ड रिपोर्ट से बैक्टीरियल संक्रमण का पता चलेगा वहीं, GSVM मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलाजी विभाग ने बुजुर्गों के कल्चर टेस्ट में बैक्टीरियल संक्रमण की पुष्टि कर दी है। आज डिटेल्ड कल्चर रिपोर्ट जारी कर स्पष्ट किया जाएगा कि बुजुर्गों में कौन-सा बैक्टीरिया पनपा, जिसने रोशनी को डैमेज किया।




हैलट के नेत्र विभाग में भर्ती रमेश, सुल्ताना देवी, नन्हीं देवी की आंखों की रोशनी जा चुकी है। नेत्र विभाग के हेड प्रो. परवेज खान ने भी माना कि तीन बुजुर्गों में संक्रमण अंदर तक पहुंचा है। मगर अब संक्रमण रुक गया है। किसी भी तरह के जोखिम से बचाने के लिए तीनों की आंखों को निकालने की नौबत है। जब तक बुजुर्ग अनुमति नहीं देंगे, निकाला जाना संभव नहीं है। ऐसे में दवाओं से ही संक्रमण को रोका जा रहा है, जबकि शेर सिंह और राजाराम की रोशनी को कुछ मिल सकती है।

माइक्रोबायोलाजी विभाग ने मेडिकल कॉलेज के नेत्र हेड प्रो. परवेज खान को कल्चर टेस्ट कर यह जानकारी दी है कि बुजुर्गों की आंखों में बैक्टीरियल संक्रमण मिला है।

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