Indian News : गांधीनगर | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महात्मा मंदिर, गांधीनगर में आयोजित चौथे वैश्विक अक्षय ऊर्जा निवेशक सम्मेलन और एक्सपो (री-इन्वेस्ट) में भाग लिया। इस सम्मेलन में जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क और नॉर्वे जैसे प्रमुख देशों ने भाग लिया, जबकि गुजरात मेजबान राज्य के रूप में उभरा है। इसके अलावा, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश जैसे राज्य भी इस आयोजन के भागीदार राज्यों के रूप में शामिल हुए हैं

वैश्विक अक्षय ऊर्जा सम्मेलन का महत्व : चौथे वैश्विक अक्षय ऊर्जा निवेशक सम्मेलन और एक्सपो (री-इन्वेस्ट) का उद्देश्य अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में वैश्विक निवेश को प्रोत्साहित करना और तकनीकी नवाचारों की समीक्षा करना है। इस सम्मेलन में विश्वभर के निवेशक, नीति निर्माता, और विशेषज्ञ अपने विचार और अनुभव साझा करेंगे, जिससे अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में नए अवसर और सहयोग उत्पन्न हो सके।

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भागीदार देशों की भूमिका : सम्मेलन में जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क और नॉर्वे जैसे प्रमुख देशों ने भाग लिया, जो अक्षय ऊर्जा प्रौद्योगिकियों में अग्रणी हैं। इन देशों के प्रतिनिधि अपने देशों के अनुभव और अनुसंधान के आधार पर चर्चा करेंगे, जिससे भारत और अन्य भागीदार राज्यों को लाभ होगा। इन देशों की भागीदारी से सम्मेलन को वैश्विक दृष्टिकोण प्राप्त हुआ है।

भारतीय राज्यों की भागीदारी : गुजरात, जो इस सम्मेलन का मेजबान राज्य है, ने आयोजन की सफलतापूर्वक मेज़बानी की है। इसके साथ ही, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों ने भी सम्मेलन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की है। इन राज्यों के योगदान से सम्मेलन में विभिन्न स्थानीय पहलुओं और चुनौतियों पर भी चर्चा होगी।

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प्रधानमंत्री मोदी का उद्घाटन भाषण : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन भाषण में अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि भारत ने अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति की है और इस दिशा में और भी नवाचार और निवेश की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री मोदी ने वैश्विक निवेशकों को भारत में अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया और सहयोग की अपेक्षा व्यक्त की।

सम्मेलन की विशेषताएं और उद्देश्य : सम्मेलन में विभिन्न सेमिनार, कार्यशालाएं और प्रदर्शनी आयोजित की जाएंगी, जहां विशेषज्ञ और निवेशक अक्षय ऊर्जा की नई तकनीकों और निवेश के अवसरों पर चर्चा करेंगे। यह सम्मेलन अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में वैश्विक संवाद को बढ़ावा देगा और भविष्य की ऊर्जा रणनीतियों के निर्माण में सहायक साबित होगा।

निष्कर्ष : चौथे वैश्विक अक्षय ऊर्जा निवेशक सम्मेलन और एक्सपो (री-इन्वेस्ट) ने महात्मा मंदिर, गांधीनगर में महत्वपूर्ण चर्चा और विचार-विमर्श का अवसर प्रदान किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस सम्मेलन ने अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में नए निवेश और तकनीकी नवाचार को प्रोत्साहित करने का लक्ष्य रखा है।

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