Indian News : अजमेर | अजमेर हैलो में सेंट्रल जेल से बोल रहा हूं…. आपके पति मनोज को सिर में गंभीर चोट आई है । वह परेशानी में है उसके इलाज के लिए सात हजार रुपए लेकर तुरंत पहुंचो, रुपए सिपाही को देना…. यह फोन कॉल सेंट्रल जेल में बंदी मनोज की पत्नी को किया गया । बंदी की पत्नी घबरा गई और आनन-फानन में जेल पहुंच गई | जेल अधिकारियों ने मामले को गंभीर मानते हुए तुरंत उसके पति मनोज से उसकी मुलाकात करवाई मनोज बिलकुल स्वस्थ था । जेल सूत्रों के अनुसार मामले में मोबाइल नंबर की जांच की गई तो पता चला यह नंबर राहुल त्रिपाठी के नाम से है । जेल स्टॉफ में इस नाम को कोई कर्मचारी या अधिकारी तैनात नहीं है । जेल अधिकारियों ने शिकायत कर्ता महिला को पुलिस में एफआईआर दर्ज कराने की सलाह दी है ।

सेंट्रल जेल में बंदी मनोज की पत्नी के मोबाइल फोन पर गुरुवार को कॉल आया था कॉल करने वाले ने कहा कि तुम्हारे पति को गंभीर चोट आई है उनकी हालत खराब है। उनके इलाज और अन्य सुविधा के लिए सात हजार रुपए लेकर जेल पहुंच जाओ । मनोज की पत्नी हड़बड़ा कर जेल पहुंची । वहां जेल अधिकारियों को उसने कथित कॉल के बारे में अवगत कराया । जेल अधिकारियों ने उसे मनोज से मिलवा दिया पति मनोज को सकुशल देखकर उसकी जान में जान आई ।

लेकिन यह साफ हो गया कि जेल में बंदियों के नाम से उनके परिजनों से पैसा वसूलने वाला शातिर गिरोह सक्रिय है इस बारे में जेल प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। सेंट्रल जेल अधीक्षक सुमन मालीवाल ने मामले में कहा कि बंदी की पत्नी को अज्ञात व्यक्ति ने पेटीएम पर पैसे डालने के लिए कहा था । संभवत यह ऑनलाइन ठगी से जुड़ा हुआ मामला है । बंदी की पत्नी अपने स्थानीय पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज करवाने की सलाह दी है । हालांकि जेल स्टाफ के द्वारा किसी तरह का कॉल नहीं किया गया था । जेल अधीक्षक ने कहा कि इस मामले में वह अपने स्तर पर भी जांच कर रहे हैं ।

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